Dr Sharad Singh's Ghazal Book 'Patajhar Me Bheeg Rahi Ladaki

Saturday, November 6, 2021

Dr (Miss) Sharad Singh is a freelance writer, columnist, social worker, environmentalist, photographer and artist

Dr (Miss) Sharad Singh is a freelance writer, columnist, social worker, environmentalist, photographer and artist.  

She has published more than 50 books.  These include four novels, five story collections, three books on women's discussions and books on biographies, history, forensic science, solar energy, tribal life, folklore, ghazals, novels etc.   


She is Gold Medalist Double MA in Indian History, Culture and Archaeology.  She is PhD in the subject "Aesthetic Elements of Khajuraho Sculpture".  Research work has been done on Dr. Sharad Singh's novels, stories and women's discussions in various universities of the country.  

She has always raised his voice in favor of exploited, oppressed women through his writings.  "Patton Me Quaid Auraten" (Women imprisoned in leaves) and women's discussion book 'Aurat Teen Tasveeren' (Women Three Pictures) centered on women beedi workers of Bundelkhand, have been included in the Manorama Year Book.  Her novels titled 'Pichhale Panne Ki Aurauten' (Women of Back Pages) centered on Bedia women, and 'Kasbai Simone' (Simone of a town) on live-in relation, have received many national and regional level honors.  Her another novel "Pachakauri" is a read and popular novel analyzing the layers of political and journalistic world closely. Her fourth novel "Shikhandi" interprets the life of Shikhandi, a major character of Mahabharata, from a new perspective.


 Dr (Ms) Sharad Singh lives in Sagar Madhya Pradesh, India. She is currently doing freelance writing.  She has been the executive editor of the literary magazine "Samayik Saraswati" published from New Delhi and she is constantly active on social media including newspapers and magazines.  She believe that only knowledge and courage of rights can give women exploitation-free life.  Her regular column "Charcha Plus" in the daily newspaper "Sagar Dinkar" published from Sagar, has earned himself a distinct identity among the enlightened readers for his analytical writings on several contemporary issues.  Prior to this, Dr.  (Ms.) Sharad Singh has written a regular column titled "Batkao" in the daily newspaper "Acharan" published from Sagar itself and is writing a weekly column of book review in the daily "Acharan" these days.  

 She is invited to national and international seminars & Webinar for lectures and discussions on various subjects.
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Monday, October 25, 2021

साहित्यकार डॉ. (सुश्री) शरद सिंह को प्राप्त सम्मान एवं पुरस्कार

 

साहित्य अकादमी, मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद, म.प्र. शासन का ‘‘पं. बालकृष्ण शर्मा नवीन पुरस्कार’’ - 2015

साहित्यकार डॉ. (सुश्री) शरद सिंह को प्राप्त सम्मान एवं पुरस्कार :


1-    गृह मंत्रालय, भारत सरकार का ‘गोविन्द वल्लभ पंत पुरस्कार -2000’ ‘न्यायालयिक विज्ञान की नई चुनौतियां’, पुस्तक के लिए- 2000

2-    साहित्य अकादमी, मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद, म.प्र. शासन का ‘‘पं. बालकृष्ण शर्मा नवीन पुरस्कार’’ - 2015

3-    मध्यप्रदेश हिन्दी साहित्य सम्मेलन का ‘‘वागीश्वरी सम्मान’’- 2012

4-    श्रेष्ठ संपादन हेतु राज्यस्तरीय ‘‘पं. रामेश्वर गुरू पुरस्कार 2017’’ संप्रे संग्रहालय, भोपाल, मध्यप्रदेश - 2017

5-    ‘नई धारा’ सम्मान, नई धारा रचना सम्मान समिति, पटना, बिहार - 2012    

6-    ‘विजय वर्मा कथा सम्मान’, हेमंत फाउंडेशन,  मुंबई - 2014

7-    ‘पं. रामानन्द तिवारी स्मृति प्रतिष्ठा सम्मान’, लेखिका संघ इन्दौर, मध्य प्रदेश - 2008    

8-    ‘जौहरी सम्मान’, अखिल भारतीय बुंदेलखंड साहित्य एवं संस्कृति परिषद भोपाल द्वारा राजभवन में आयोजित सम्मान समारोह में मध्य प्रदेश के राज्यपाल महामहिम श्री राम नरेश यादव द्वारा सम्मानित, भोपाल मध्यप्रदेश- 2012    

9-    ‘गुरदी देवी सम्मान’, बुंदेली लोक कला संगम संस्थान लखनऊ, उत्तर प्रदेश - 2012    

10-    ‘अंबिकाप्रसाद ‘दिव्य रजत अलंकरण-2004’, भोपाल, मध्य प्रदेश- 2004    

11-    ‘श्रीमंत सेठ भगवानदास जैन स्मृति सम्मान’, सागर,  मध्य प्रदेश - 2004

12-    ‘कस्तूरी देवी चतुर्वेदी लोकभाषा लेखिका सम्मान -2004’, मध्यप्रदेश लेखक संघ, भोपाल, मध्य प्रदेश- 2004

13-    ‘मां प्रभादेवी सम्मान’, जन परिषद भोपाल, मध्य प्रदेश - 2012    

14-    ‘शक्ति सम्मान 2013’, नगर विधायक सागर, मध्य प्रदेश - 2013

15-    ‘शक्ति सम्मान 2016’,  नगर विधायक सागर, मध्य प्रदेश  - 2016

16-    ‘एक्सीलेंस अवार्ड फॉर क्रिएटर्स 2018, सागर टी.वी. न्यूज, सागर, मध्य प्रदेश - 2018

17-    ‘शिवकुमार श्रीवास्तव सम्मान’, नेशनल बुक ट्रस्ट दिल्ली तथा पृथ्वी समाज उत्थान समिति सागर, मध्य प्रदेश का संयुक्त सम्मान समारोह- 2015    

18-    ‘निर्मल साहित्य सम्मान’’ आर्ष परिषद सागर, मध्यप्रदेश -    2017

19-    ‘विट्ठलभाई पटेल सम्मान’, मनवानी फिल्म्स सागर मध्यप्रदेश - 2018

20 -  " सार्थक साहित्य विमर्श सम्मान" मध्यप्रदेश राष्ट्रभाषा प्रचार समिति हिंदी भवन भोपाल की रजत जयंती के अवसर पर भोपाल में आयोजित सम्मान समारोह - 2018

21 -    ‘दादा डालचंद जैन स्मृति प्रतिभा सम्मान’, सागर, मध्य प्रदेश- 2018

22 - " गुलाब रानी सोनी स्मृति अलंकरण" मध्य प्रदेश की लेखिका संघ दमोह - 2018

23 -    ‘सुधा सावित्री तिवारी स्मृति लेखिका सम्मान’, सुधा सावित्री तिवारी स्मृति सम्मान समिति एवं संगीत श्रोता समाज, सागर, मध्य प्रदेश - 2019

24 -     क्षत्रिय समाज साहित्य सम्मान, सागर, मध्य प्रदेश - 2015 से 2020 तक प्रतिवर्ष


    - आदि अनेक राष्ट्रीय एवं प्रादेशिक स्तर के सम्मान।

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Friday, February 5, 2021

टीवी चैनल 'आज तक' बुक कैफे पर मेरे उपन्यास 'शिखण्डी' की चर्चा - डॉ शरद सिंह


देश के चर्चित टीवी चैनल 'आजतक' के साहित्यिक कार्यक्रम BookCafe 'साहित्य तक' में 'आजतक' के साहित्यमर्मज्ञ, समीक्षक जयप्रकाश पाण्डेय जी ने बहुचर्चित पांच क़िताबों में मेरे उपन्यास 'शिखण्डी' पर भी विस्तृत चर्चा की है। इस पूरी प्रस्तुति को आप यू ट्यूब की इस लिंक पर देख सकते हैं - 

https://youtu.be/pQKX4jHXCtM

 

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Tuesday, January 19, 2021

दैनिक जागरण, नईदुनिया के सप्तरंग परिशिष्ट में मेरे उपन्यास ‘‘शिखण्डी’’ की वरिष्ठ समीक्षक राजेन्द्र राव जी द्वारा की गई समीक्षा - डाॅ शरद सिंह

 

Shikhandi, Novel of Dr Sharad Singh - Review in Dainik Jagran, Saptrang, Punarnava, 18.01.2021 by Rajendra Rao
Shikhandi, Novel of Dr Sharad Singh - Review in Jagaran, Naidunia, Saptrang Punarnava, 18.01.2021 by Rajendra Rao

दिनांक 18.01.2021 को दैनिक जागरण, नईदुनिया के सप्तरंग 
परिशिष्ट में मेरे उपन्यास ‘‘शिखण्डी’’ की वरिष्ठ समीक्षक राजेन्द्र राव जी द्वारा की गई समीक्षा प्रकाशित हुई है। 
https://epaper.naidunia.com/mepaper/18-jan-2021-74-indore-edition-indore-page-10.html

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ब्लाॅग पाठकों की पठन-सुविधा हेतु प्रकाशित समीक्षा लेख जस का तस मैं यहां टेक्स्ट रूप में प्रस्तुत कर रही हूं- 

"डाॅ. शरद सिंह हिंदी के उन विरल कथाकारों में हैं, जो लेखन पूर्व शोध में संलग्न होते हैं। यह कृति विरल कथासागर महाभारत से एक अनोखे चरित्र के जीवन और संघर्ष को पर्त-दर-पर्त उद्घाटित करती है, एमदम नए नज़रिए और नए अंदाज़ से।

काशी नरेश की ज्येष्ठ पुत्री अंबा और उसकी दो बहनों का अपहरण भीष्म द्वारा बलपूर्वक किए जाने के और कुरु वंश के राजकुमारों से विवाह किए जाने को सहन न करने और प्रतिकार करने के बाद वह निस्संग और निरुपाय हो कर भी अपने साथ हुए अन्याय का प्रतिशोध लेने की प्रतिज्ञा करती है और इसके लिए उसे किस तरह तीन जन्म और स्त्री-पुरुष दोनों के चोले धारण करने पड़ते हैं, इसका उद्देश्यपूर्ण और रोचक चित्रण इस उपन्यास में हुआ है। अंत होते-होते इसका वैचारिक पक्ष सघन स्त्रीविमर्श के रूप में सामने आता है जो पाठक को सहज ही स्वीकार्य हो सकता है। यूं तो शिखंडी की कथा युग-युग से सुनी जाती रही है परंतु इसे मानवीय और समाजशास्त्रीय दृष्टिकोण से कहा जाना एक अभिनव प्रयोग है।"

- राजेन्द्र राव

दैनिक जागरण (सप्तरंग), नईदुनिया (सतरंग) साहित्यिक पुनर्नवा, 18.01.2021

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हार्दिक धन्यवाद आदरणीय राजेन्द्र राव जी 🌹🙏🌹

हार्दिक धन्यवाद नईदुनिया 🌹🙏🌹


Shikhandi Novel of Dr (Miss) Sharad Singh